रिपोर्ट अभिषेक सैनी
-देश के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को हमसे बिछुडे़ तीन वर्ष हो गए हैं। आठ दिसंबर 2021 की वह काली तारीख कोई नहीं भूल सकता, जब जनरल बिपिन रावत हवाई दुर्घटना का शिकार होकर हमे अलविदा कह गए। भारत माता के लाल जनरल बिपिन रावत की स्मृतियां हमारे जेहन में ताजा हैं। यह स्मृतियां चिर स्थायी बनी रहें, इसके लिए सांसद हरिद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री और देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक त्रिवेंद्र सिंह रावत की देखरेख में संस्थान अनूठी पहल पर आगे बढ़ रहा है। पिछले वर्ष 2023 में जनरल बिपिन रावत को श्रद्धांजलि देते हुए दो बडे़ कार्यक्रम आयोजित किए गए। कोटद्वार और देहरादून में रक्तदान शिविर आयोजित किए गए। व्याख्यानमाला आयोजित कर जनरल बिपिन रावत के कृतित्व और व्यक्तित्व पर चर्चा की गई। देवभूमि विकास संस्थान का संकल्प है कि जनरल बिपिन रावत की याद में रचनात्मक कार्यक्रमों की श्रृंखला को वह जारी रखेगा।
सांसद रावत देवभूमि विकास संस्थान के संरक्षक हैं। उनकी देख-रेख में पिछले वर्ष 2023 में आयोजित कार्यक्रमों को लोगों का इतना समर्थन व सहयोग मिला, जिसने संस्थान के एक-एक व्यक्ति में कई गुना जोश भर दिया। पहला कार्यक्रम कण्वनगरी कोटद्वार में उनकी पुण्यतिथि से एक दिन पहले यानी सात दिसंबर 2023 को आयोजित किया गया। यहां रक्तदान व स्वास्थ्य शिविर तो था ही, साथ ही स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम भी आयोजित किया गया था। पदम विभूषण जनरल बिपिन रावत की छोटी सुपुत्री तारिणी इस कार्यक्रम में विशेष रूप से उपस्थित थीं। इस दौरान समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सम्मानित भी किया। स्मृति व्याख्यान कार्यक्रम के दौरान एक अवसर ऐसा भी आया, जबकि उपस्थित हर एक व्यक्ति भावनाओं से भर गया। जनरल बिपिन रावत पर केंद्रित वीडियो जैसे ही कार्यक्रम स्थल पर दिखाया गया, सबकी आंखें नम हो गईं। हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत अपने आंसुओं को रोक नहीं पाए।
वर्ष 2023 में जनरल बिपिन रावत पर केंद्रित दूसरा कार्यक्रम दून विश्वविद्यालय देहरादून में आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम नौ दिसंबर को आयोजित किया गया। वीरभूमि फाउंडेशन के स्वैच्छिक रक्तदान शिविर में 111 यूनिट रक्त एकत्रित किया गया। इस दौरान आयोजित स्मृति व्याख्यान माला में मुख्य अतिथि राज्यसभा के सदस्य सुधांशु त्रिवेदी ने जनरल बिपिन रावत को अपने अंदाज में याद किया और श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा-रक्षा विषय के मामले में जनरल बिपिन रावत में ज्ञान की अद्भुत क्षमता थी। उनके पास हर समय रक्षा से संबंधित और भारत की रक्षा रणनीति को लेकर सटीक जवाब उपलब्ध होता था। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत ने की। दून विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सुरेखा डंगवाल, वीरभूमि फाउंडेशन के अध्यक्ष राजेश रावत, विधायक बृजभूषण गैरोला, लोक सेवा आयोग के पूर्व अध्यक्ष मेजर जनरल आनंद सिंह रावत, दून नगर निगम के निवर्तमान मेयर सुनील उनियाल गामा, विश्व संवाद केंद्र के प्रभारी विजय सिंह, अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष डा आरके जैन, लोक गायिका रेखा धस्माना उनियाल आदि की कार्यक्रम में गरिमामय उपस्थिति रही।
इससे पूर्व, वर्ष 2022 में भी जनरल बिपिन रावत की पुण्य स्मृति में उनकी पुण्यतिथि पर देहरादून, हल्द्वानी व कोटद्वार में रक्तदान शिविर आयोजित किए गए थे, जिसमें लोगों ने राष्ट्रहित में रक्तदान कर जनरल रावत को श्रद्धांजलि अर्पित की थी। हरिद्वार सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत का मानना है कि महायोद्धा जनरल बिपिन रावत ने उत्तराखंड की धरती से निकलकर पूरे देश में नाम कमाया। मां भारती की सेवा की। इसलिए कृतज्ञ राष्ट्र का यह दायित्व बनता है कि वह भारत के इस लाल की स्मृतियों को हमेशा संजोकर रखे। स्मृतियों को चिर स्थायी बनाने के लिए कार्य करे। इस उद्देश्य को लेकर हमने कदम आगे बढ़ा दिए हैं और जनरल बिपिन रावत को याद करते हुए रचनात्मक कार्यक्रमों की श्रृंखला को जारी रखा जाएगा।