सववाददाता : शुभम चौधरी रुड़की
रुड़की। नई दिल्ली के बुराड़ी पंचशील आश्रम में भारतीय दलित साहित्य अकादमी के 40 में राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसमें भारत के सभी राज्यों के साथ-साथ पड़ोसी देशों से भी बुद्धिजीवी वर्ग साहित्यकार कवि राजनीतिज्ञ शामिल हुए कार्यक्रम में भारतीय संविधान के महत्व पर प्रकाश डाला गया तथा
भारतवर्ष में भारतीय दलित साहित्य अकादमी के बहुजन समाज के हित के लिए 40 वर्षों के प्रयास को भी सराहा गया कार्यक्रम की अध्यक्षता वयोवृद्ध बहुजन नेता पूर्व राज्यसभा सांसद श्री संघ प्रिय गौतम जी ने की कार्यक्रम में नेपाल भूटान वर्मा थाईलैंड आदि देशों से प्रतिभागी मौजूद रहे, इसी राष्ट्रीय सम्मेलन में डा. रूबी नायडू, को भी बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर नेशनल फेलोशिप अवार्ड से सम्मानित किया गया, डा. रूबी नायडू उत्तराखंड में महिला सशक्तिकरण की प्रमुख विचारक है, डॉ रूबी नायडू का जन्म हरिद्वार जनपद के गढ़मीरपुर गांव में हुआ इनके पिता, श्री सिकलचंद एक साधारण व्यवसायी, व माता निर्मला देवी ग्रहणी है पांच भाई बहनों के परिवार में डॉ रूबी नायडू को उच्च शिक्षित करने में इनके माता-पिता का विशेष योगदान रहा डा रूबी नायडू, विचारक के साथ-साथ कुशल ग्रहणी भी है परिवार और दो बच्चों की देखभाल भी बखूबी निभा रही है , इनके पति डॉ.प्रवीण नायडू भी अनेक राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं। डा.रूबी नायडू के इस सम्मान से, उनके मायके गढ़मीरपुर व, ससुराल दरियापुर दयालपुर भगवानपुर क्षेत्र में खुशी का माहौल है। अनेक जनप्रतिनिधियों ने डा.नायडू को व्यक्तिगत व फोन के माध्यम से शुभकामनाएं प्रेषित की डा. नायडू ने, कहां की महिला सशक्तिकरण के द्वारा ही हम समाज व राष्ट्र का विकास कर सकते हैं।